काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर रोशनी ज्यादा नहीं थी लेकिन ये अंधेरा तालिबान के अत्याचारों के अंधेरे के आगे हल्का लग रहा था. रनवे पर बड़ी तादाद में वो लोग मौजूद थे जो किसी भी तरह से अफगानिस्तान (Afghanistan) से बाहर निकलना चाहते थे. ये लोग उन खुशनसीब लोगों में से थे जिन्हें एयरपोर्ट के अंदर आने दिया गया. https://ift.tt/eA8V8J