फैज सिद्दीकी का कहना है कि वह स्वास्थ्य समस्याओं के चलते कमजोर वयस्क बच्चे के रूप में रख-रखाव का दावा करने का हकदार है और इसे रोकना उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा. सिद्दीकी की अपील को पहले निचली अदालत ने खारिज कर दिया था, जिसके बाद उसने ऊपरी अदालत का रुख किया.   https://ift.tt/eA8V8J https://ift.tt/30wPTIw